उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 2023 – 2024 बजट पेश किया गया है जिसमे हर साल की तरह रूपए तो बढ़ गए हैं लेकिन किसानों और गरीबों की दशा नहीं सुधर रही। आखिर ये पैसे जा कहाँ रहे हैं ? बड़ी बड़ी headline बन रही हैं जो की सिर्फ टीवी में दिखती हैं, जमीनी स्टार से इनका कोई लेना देना नहीं है।

राज्य सरकार और देश पर कर्जा बढ़ता ही जा रहा है और सरकार अपना बजट बढाकर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा रही है। सरकार बताये की अभी तक कितने रुपये, कहाँ खर्च किये गए और उसका जमीनी स्तर पर क्या प्रभाव पड़ा है?

किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीती

किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीती की जा रही है, कृषि यंत्र और उसके नवीनीकरण के नाम पर करोड़ों रुपये आवंटित किये गए हैं लेकिन उसका लाभ इक्का दुक्का किसानों को ही मिला है। आखिर कब तक किसान ऐसे ठगा जाता रहेगा, किसान शांत है उसका यह बिलकुल मतलब नहीं है की वह अपनी हक़ के लिए आवाज़ नहीं उठा सकता। किसानों का देश के विकास में क्या महत्त्व है वह किसी से छुपा नहीं है, जरुरत है तो सर्फ उनकी एकजुटता की, फिर कोई सरकार किसानों की अनदेखी की हिमाकत भी नहीं कर सकता है।

राष्ट्रीय किसान मंच की जरुरत

देश के किसानों को अभी जरुरत है राष्ट्रीय किसान मंच संगठन की जो उनकी आवाज़ राज्य एवं केंद्र सरकार तक उठा सके। राष्ट्रीय किसान मंच सदैव किसानों की आवाज़ उठाने एवं उनके हक़ की बात करने के लिए तत्पर है।

अध्यक्ष की मौजूदा बजट पर प्रतिक्रिया